जानिए पुरषों के मुकाबले महिलाएं क्यों जल्दी होती हैं बूढ़ी

डिजिटल डेस्क । शरीर की बाहरी बनावट के अलावा महिलाओं और पुरुषों की अंदरूनी बनावट भी खासा अलग-अलग होती है। आदमी और औरत का शरीर जिस तरह दिखने में अलग होता है, ठीक उसी तरह उम्र ढलने की प्रक्रिया भी अलग-अलग होती है। महिलाओं का शरीर पीरियड्स और बच्चे को जन्म देने जैसी कई ऐसी शारीरिक गतिविधियों को अंजाम देता है जिनसे आम तौर पर पुरुषों को नहीं गुजरना पड़ता। महिलाओं के शरीर में होने वाले ये बदलाव ही उन्हें पुरुषों के मुकाबलें जल्दी बूढ़ा बनाते हैं। आज हम आपको ऐसी ही चीजों के बारे में बताने जा रहे है जो ये बताती है की महिलाओं की उम्र कैसे ढलती है।

1/7लाइफ एक्सपेक्टेंसी
महिलाओं की जीवन प्रत्याशा पुरुषों की तुलना में ज्यादा होती है। रिसर्च में ये बात सामने आई है कि तनाव और अवसाद को मैनेज करने के तरीके और स्वास्थ्य का ध्यान रखने के कारण ऐसा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक औसतन महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा अधिक समय तक जीवित रहती हैं।

2/7हॉर्मोन्स चेंजिस
यूं तो पुरुष और महिला दोनों में हॉर्मोनल चेंजेज होते हैं, लेकिन महिलाओं में ये ज्यादा विजिबल होता है। कभी-कभी तो ये बड़ी समस्या भी बन जाता है। किशोरावस्था से लेकर मेनॉपॉज की स्थिति तक महिलाओं को इससे गुजरना पड़ता है। 50 की उम्र की बाद उनका शरीर ऐस्ट्रोजन का स्राव बंद कर देता है। इस दौरान उनमें थकावट और सुस्ती सामान्य बात हो जाती है।

3/7कामेच्छा में कमी आना
महिलाओं की उम्र बढ़ने के साथ-साथ उनमें कामेच्छा की कमी आम बात होती है। ऐसा उनके शरीर में ऐस्ट्रोजन के स्राव के बंद हो जाने से होता है।

4/7त्वचा में बदलाव
चेहरे पर ऐंटी एजिंग क्रीम्स के चाहे कितने पैकेट्स क्यों न खत्म कर दिए जाएं, लेकिन महिलाओं की त्वचा पुरुषों के मुकाबले जल्दी ढलने ही लगती है। ऐसा उनकी त्वचा के अतिसंवेदनशील और नाजुक होने के कारण होता है। रिसर्च में ये सामने आया है कि पुरुषों में स्रावित टेस्टॉस्टरॉन हॉर्मोन उनकी त्वचा को ज्यादा यूथफुल बनाए रखता है। हालांकि 30 की उम्र के बाद महिला और पुरुष दोनों की त्वचा में ढीलापन आना शुरू हो जाता है, लेकिन महिलाओं में मोनॉपॉज इस प्रक्रिया को और तेज कर देता है।

5/7वजन में बदलाव
वजन हासिल करने के मामले में महिलाओं और पुरुषों का शरीर बिलकुल अलग होता है। पुरुषों का वजन जहां 50 की उम्र तक बढ़ता है वहीं महिलाओं का वजन 65 की उम्र तक बढ़ता रह सकता है।

6/7सोचने की शक्ति का अलग होना
महिला और पुरुष दोनों बिलकुल जुदा तरीके से सोचते हैं, और उम्र के बढ़ने के साथ-साथ परेशान करने वाली उनकी बीमारियां भी अलग-अलग ही होती हैं।

7/7अलग-अलग तरह का इम्यून सिस्टम
एक महिला का शरीर अपने जीवनकाल में विभिन्न रासायनिक बदलावों से गुजरता है, जो उसके स्वास्थ्य के अलग-अलग पहलुओं पर असर डालता है। जहां पुरुषों को अक्सर गंभीर हृदय संबन्धी बीमारियों को झेलना पड़ता है, वहीं महिलाओं में ऑस्टिओपरोसिस और आर्थराइटिस जैसी बीमारियों की संभावना सबसे ज्यादा रहती है।
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