स्मार्टफोन छीन रहें हैं बच्चों की स्मार्टनेस, ऐसे करें बचाव

डिजिटल डेस्क । घर में अगर बच्चे हों तो उनके साथ खेलने और वक्त बिताने का बहुत मन करता है, लेकिन आज कल के बच्चे टॉयज या किसी और के साथ खेलने की बजाए मोबाइल के साथ खलने की जिद करते हैं। मोबाइल की लत बच्चों के लिए कितनी नुकसानदायक है ये तो हम सभी जानते हैं, लेकिन जब बच्चे रोते हैं तो हम देख नहीं पाते और उन्हें मजबूरन मोबाइल थमा देते हैं। ऐसा करने से पहले जरा सावधान हो जाएं। स्मार्टफोन की लत बच्चों को ना केवल बिगाड़ती है बल्कि उन्हें बीमार भी बनाती है। उनकी हड्डियां कमजोर हो रही हैं।

1/3बच्चों होने लगती हैं ये समस्याएं
- फोन के ज्यादा इस्तेमाल से बच्चों में कमर दर्द, गले की हड्डी में झुकाव, उंगलियों को नुकसान, आंखें कमजोर होना, तनाव और अनिद्रा जैसी बीमारियां हो रही हैं।
- स्मार्टफोन के अधिक इस्तेमाल से बच्चों की याद्दश्त कमजोर हो रही है। वह तनाव और चिड़चिड़ेपन का शिकार हो रहे हैं।
- ऐसे बच्चों के दिमागी विकास में भी बाधा पहुंचती है। उनमें चेहरे के भाव पहचनाने में भी दिक्कतें देखी गई हैं।
- दिन में 6 घंटे से ज्यादा वक्त तक फोन पर लगे रहने वाले बच्चों में हार्मोन में गड़बड़ी की शिकायत सामने आती है।

2/3क्या करें?
- बच्चे को 3 से 4 घंटे के लिए फोन से दूर रहने के लिए कहें।
- अगर वो 2 घंटे भी स्मार्टफोन से दूर रहने में असमर्थ हैं तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
- बिना मकसद फोन चलाने पर दिमाग का फोकस नहीं होता और इससे बच्चा तनाव का शिकार हो सकता है।

3/3बाकी गैजेट्स से भी रखें दूर
- बच्चों के लिए ज्यादा से ज्यादा 90 मिनट का मिडिया टाइम काफी होता हैं। इस मिडिया टाइम में टीवी, लैपटॉप, मोबाइल सभी कुछ इसमें शामिल होना चाहिेए। आइए जानते है कि गैजेट्स से बच्चों का ध्यान कैसे हटाया जा सकता हैं।
- पेरेंट्स बच्चों का मोबाइल और गैजेट्स से ध्यान हटाकर कही और व्यस्त करें। जैसे- एक्टिविटी मैगजीन या फिर स्टोरी बुक आदि।
- बच्चों को वीडियो गेम खेलने के बजाए आउटडोर गेम खेलने के लिए प्रेरित करें।
- गैजेट्स देने के बजाए कोई पालतू पशु लाकर दे सकते हैं जिससे कि बच्चे आपस में बातचीत करना और इमोशंस जाहिर करना सीखते हैं।
- इस बात का भी ध्यान दें कि बच्चे अधलेटे हो कर टीवी न देखें। इससे बैकबोन पर ज्यादा प्रेशर पड़ता है।
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