भारत के ये गांव हैं शहरों से भी खूबसूरत

भारत की पहचान खूबसूरत गांवों से होती है। गांव की मिट्टी की सोंधी खूशबू हर किसी को अपनी ओर खींचती है। लहलहाते खेत, कुदरत की नजदीकी और जीवन की सादगी गांवों की पहचान है। देखा जाए तो खूबसूरती गांवों में ही होती है। दुनिया की अच्छे से अच्छे टूरिस्ट प्लेस और हिल स्टेशंस प्रकृति की गोद में ही बसे हैं और उन्हीं के पास बसे हैं गांव। भारत के गांव भी अपने आप किसी घूमने लायक जगहों से कम नहीं भारत में कुछ गांव ऐसे हैं जहां की खूबसूरती देखने लायक है। आइए आपको बताते हैं ऐसे ही गांवों के बारे में जिन्हें देखकर आप शहरों को भूल जाएंगे।

जोधपुर से महज 40 मिनट की दूरी पर बसे इस इस गांव का नाम विश्नोई विलेज है, इस गांव को खूबसूरती का वरदान मिला हुआ है। अगर आप सफारी के शौकिन हैं तो इस गांव का सफर आपके लिए बेहद सुहाना होगा। गांव में हिरन और चिंकारा घूमते नजर आते हैं। मजे की बात तो ये है कि गांव के लोगों के साथ इन जानवरों का बेहद लगाव है। यह पूरे भारत में एकलौता ऐसा गांव है जहां पर लोग जंगली जानवरों के साथ बच्चों की तरह प्यार जताते हैं। यहां की गुडा झील लोगों के लिए प्रमुख आकर्षण का केंद्र है। कई अलग तरह के विदेशी पशु-पक्षी यहां नजर आते हैं।

उत्तराखंड के खूबसूरत पहाड़ों पर बसे इस छोटे से गांव का नाम कल्प है। अपनी सुंदरता के कारण यह आकर्षण का केंद्र है। गांव का कोना कोना मोहक है। लोग यहां की खूबसूरती के दीवाने हैं। इस गांव में हर साल लोग सर्दियों में घूमने आते है। गांव की सबसे अच्छी बात यह है यहां के स्थानीय लोग भी मिलनसार हैं और दूर से घूमने आए मेहमानों की अच्छी खातिरदारी करते हैं। समुद्र तल से 7500 किलोमीटर की ऊंचाई पर बसा ये गांव लोगों का फेवरेट डेस्टिनेशन बनता जा रहा है। हिमालय की खूबसूरती का दीदार करना हो तो इस गांव से बेहतर जगह और कोई नहीं हो सकती। हिमालय की गोद में बसे इस गांव का नाम है गुनेह। दुनिया भर की सारी प्राकृतिक खूबसूरती इस गांव में देखने को मिल जाएगी। नेचर लर्वस के लिए यहां जाना रोमांच भरा होगा।

शिलॉग की राजधानी मेघालय में मावल्यान्नांग गांव को एशिया का सबसे साफ-सुथरा गांव कहते हैं। यह गांव देश के सबसे स्वच्छ गांवों में शामिल होता है। गांव की साफ-सफाई आपको आकर्षित करेगी। गांव के अंदर पॉलीथिन का इस्तेमाल करना और ध्रुमपान करना मना है। स्थानीय लोग आपस में मिल-जुलकर रहते हैं। सबकी सहमति से गांव में किसी नए काम की शुरूआत होती है। गांव में थोड़ी-थोड़ी दूरी पर बांस का डस्टबिन रखा हुआ है। पेड़ से गिरे पत्ते भी डस्टबिन में डालते हैं। असम के जोरहाट जिले में स्थित श्याम गांव भगवान बुद्ध के लिए प्रसिद्ध है। ये गांव सैलानियों का प्रमुख आकर्षण का केंद्र है। लोगों को यहां आने के बाद बहुत शांति महसूस होती है। शहर की भाग-दौड़ भरी लाइफ से हटकर सुकून के कुछ पल बिताने लोग यहां आते हैं। यहां कई बौद्ध प्राचीन मंदिर है और आध्यात्मिक लोगों को यहां बहुत अच्छा लगेगा।

असम के जोरहाट जिले में स्थित श्याम गांव भगवान बुद्ध के लिए प्रसिद्ध है> ये गांव सैलानियों का प्रमुख आकर्षण का केंद्र है। लोगों को यहां आने के बाद बहुत शांति महसूस होती है। शहर की भाग-दौड़ भरी लाइफ से हटकर सुकून के कुछ पल बिताने लोग यहां आते हैं। यहां कई बौद्ध प्राचीन मंदिर है और आध्यात्मिक लोगों को यहां बहुत अच्छा लगेगा।
Source: Bhaskarhindi.com
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